रायपुर: विश्व हॉस्पिस और पेलियेटिव केयर दिवस के अवसर पर संजीवनी कैंसर केयर हॉस्पिटल (SCCH) द्वारा छत्तीसगढ़ का पहला समर्पित हॉस्पिस एवं स्पेशलिस्ट पेलियेटिव केयर वार्ड व स्टेप डाउन आईसीयू वार्ड का शुभारंभ किया गया। यह शुभारंभ समारोह 11 अक्टूबर 2025 को आयोजित किया गया, जिसमें प्रमुख अतिथि के रूप में पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त विधायक अनुज शर्मा, विधायक रायपुर ग्रामीण मोतीलाल साहू, पार्षद श्रीमती अंजली गोलछा, जितेंद्र गोलछा, व पार्षद ध्रुव उपस्थित थे। कार्यक्रम में वरिष्ठ चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ, केयरगिवर्स एवं हॉस्पिटल के कर्मचारी भी शामिल हुए।
इस विशेष विभाग का नेतृत्व डॉ. अविनाश तिवारी द्वारा किया जा रहा है, जो राज्य के पहले पेलियेटिव मेडिसिन विशेषज्ञ हैं और टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, मुंबई से प्रशिक्षित हैं। इस पहल को डॉ. यूसुफ मेमन, निदेशक, संजीवनी कैंसर केयर हॉस्पिटल के मार्गदर्शन में साकार किया गया है।
डॉ. मेमन ने बताया कि कैंसर उपचार में पेलियेटिव केयर एक अत्यंत आवश्यक परंतु उपेक्षित पहलू है। उन्होंने कहा, “उन्नत अवस्था के केवल 2% मरीजों को ही उचित पेलियेटिव केयर मिल पाती है, जिसके कारण अधिकांश मरीज अपने अंतिम दिनों में दर्द और मानसिक पीड़ा में रहते हैं – जबकि यह पीड़ा सही देखभाल से कम की जा सकती है।”
नया विभाग दर्द और लक्षण नियंत्रण, मनोवैज्ञानिक सहयोग, तथा घर-आधारित देखभाल की निरंतरता जैसी सेवाएं प्रदान करेगा, ताकि मरीज सम्मानजनक और आरामदायक जीवन व्यतीत कर सकें।
विश्व पेलियेटिव केयर दिवस के उपलक्ष्य में 9 अक्टूबर को “पेलियेटिव केयर का महत्व” विषय पर पेंटिंग प्रतियोगिता तथा 10 अक्टूबर को क्विज़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें नर्सिंग स्टाफ ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
डॉ. अविनाश तिवारी ने कहा, “दर्द अवश्यंभावी है, लेकिन कष्ट वैकल्पिक है।”
इस ऐतिहासिक पहल के माध्यम से संजीवनी कैंसर केयर हॉस्पिटल ने मरीजों और उनके परिवारों के प्रति करुणा, गरिमा और समग्र उपचार की अपनी प्रतिबद्धता को एक बार फिर सिद्ध किया है।
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